Posted Dec 7, 2024
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Posted Dec 7, 2024
Posted Dec 6, 2024
Posted Dec 6, 2024
राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार खराब है। जो सोमवार को और खराब हो गई। कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 को पार कर गया है। जो गंभीर श्रेणी में बदलाव का संकेत है। रविवार को प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज किए जाने के बाद यह बात सामने आई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, कई निगरानी स्टेशनों ने सुबह आठ बजे एक्यूआई का स्तर 400 से ऊपर दर्ज किया गया है, जिसमें आनंद विहार- 434, वजीरपुर- 414, जहांगीरपुरी- 413, रोहिणी- 409 और पंजाबी बाग में 404 दर्ज हुआ है।दिल्ली के रहने वाले एक स्थानीय नागरिक मनोज कुमार ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के कारण बहुत सारी समस्याएं हो रही हैं। हमें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। हमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों और बुजुर्गों को बाहर निकलते समय मास्क पहनना चाहिए।यमुना के प्रदूषित होने के कारण छठ व्रती डुबकी लगाकर अर्घ्य भी नहीं दे सकेंगे। अधिकतर घाटों को बांस के से घेर दिया गया है ताकि लोग और इसे और अधिक प्रदूषित नहीं कर सकें। यमुना के किनारे कृत्रिम घाटों का निर्माण किया गया है, ताकि व्रती अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दे सकें।कोविड के दौरान यमुना तीरे पूजा-व्रत करने की मनाही थी। इस बार भी यमुना के किनारे व्रत करने की छूट तो है लेकिन कई घाटों पर यमुना के जल में खड़े होकर अर्घ्य व्रती नहीं दे सकेंगे। आईटीओ,सूर वासुदेव समेत कई घाटों पर कृत्रिम जलाशय तैयार किया गया है। इसमें शुद्ध जल इकट्ठा किया गया है ताकि इसी लोग पूजा अर्चना कर सकें।