Posted Dec 7, 2024
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Posted Dec 7, 2024
Posted Dec 6, 2024
Posted Dec 6, 2024
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार के यहां छापा मारा है। ईडी ने कम से कम एक नहीं दो नहीं बल्कि 10 ठिकानों पर रेड मारी है।शलभ कुमार जो जल बोर्ड के पूर्व मेंबर रहे हैं। उनके यहां भी छापा मारा है। इस छापेमारी पर दिल्ली की मंत्री आतिशी ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि हम डरने वाले नहीं हैं. एक रुपया अभी तक रिकवरी नहीं हुआ है. अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है. ED का सारा केस आरोपियों को सरकारी गवाह बनकर बनाया जा रहा है. आज मैं खुलासा करने वाली हूं कि ED ने फर्जीवाड़ा करके यह सारे बयान लिए. एक गवाह ने कहा है कि ED वालों ने इतनी जोर के थप्पड़ मारा की कान का पर्दा फट गया. एक विटनेस ने कहा कि मुझे कहा गया कि आप नेताओं के खिलाफ बयान नहीं दिया तो देखते हैं तेरी बेटी कॉलेज कैसे जाती है. लोगों को डरा धमका कर गलत बयान पर हस्ताक्षर करवाए गए.आतिशी ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 2020 के आदेश के तहत किसी भी जांच एजेंसी को इंटेरोगेशन सीसीटीवी कैमरा में करनी होती है. ये जजमेंट ED पर भी लागू होता है. इसमें लिखा है कि केवल वीडियो नहीं ऑडियो भी होना चाहिए. हर आरोपी और विटनेस का अधिकार है कि उनको सीसीटीवी फुटेज और ऑडियो मिले. जब एक आरोपी ने अदालत में एप्लीकेशन डाली कि मुझे सीसीटीवी फुटेज और ऑडियो चाहिए. इसलिए क्योंकि आरोपी ने देखा कि मुझे जो पूछताछ हुई थी उसमें और कोर्ट के अंदर जो जानकारी दी गई है उसमें अंतर है. जब ED ने फुटेज दी तो उसका ऑडियो डिलीट कर दिया. सारा सबूत जिसमें यह था कि उसे कमरे में क्या बात हुई डिलीट कर दिया गया.