पाकिस्तान का दो भारतीयों तक राजनयिक पहुंच का ब्योरा साझा करने से इनकार जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी
Posted - May 31, 2024
पाकिस्तान का दो भारतीयों तक राजनयिक पहुंच का ब्योरा साझा करने से इनकार जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी
पाकिस्तान ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए दो भारतीय नागरिकों तक राजनयिक पहुंच के बारे में जानकारी साझा करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया। इसके साथ ही इस्लामाबाद ने कहा कि इस तरह की पहुंच समय-समय पर उपलब्ध कराई गई थी। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने यह टिप्पणी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान की, जब उनसे गिलगित-बाल्टिस्तान में कथित तौर पर जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार दो भारतीयों तक राजनयिक पहुंच के बारे में पूछा गयाबलोच ने कहा, मैं इस तरह के संवाद के विस्तार में नहीं जाऊंगी। हालांकि, पाकिस्तान समय-समय पर अपने नागरिकों तक भारतीय उच्चायोग के लिए राजनयिक पहुंच की व्यवस्था करता रहता है। इस हफ्ते की शुरुआत में द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने अपनी खबर में बताया कि पाकिस्तान के अधिकारियों ने 2020 में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए दो भारतीय नागरिकों के साथ मुलाकात के लिए भारत को राजनयिक पहुंच प्रदान की। भारत सरकार के अनुरोध पर राजनयिक पहुंच प्रदान की गई थी। भारतीय राजनयिकों और कथित जासूसों के बीच सोमवार को मुलाकात हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित तौर पर जम्मू-कश्मीर निवासी दो व्यक्तियों को 2020 में जासूसी के आरोप में गिलगित-बाल्टिस्तान में गिरफ्तार किया गया था। उनकी पहचान फिरोज अहमद लोन (29 वर्षीय) और नून मुहम्मद वानी (24 वर्षीय) के रूप में हुई है। राजनयिक सूत्रों ने बताया कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अदियाला जेल में बंद दो कैदियों से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के अधिकारी भी मुलाकात के दौरान मौजूद थे।