Posted Dec 7, 2024
Posted Dec 7, 2024
Posted Dec 7, 2024
Posted Dec 6, 2024
Posted Dec 6, 2024
क्यों मालदीव क्र राष्ट्रपति मुजो को आना पड़ा भारत कैसे सुर बदले माजू अब कर रहे है भारत की तारीफ क्या सौगात लेकर लौटेंगे मेल मालदीव के राष्ट्रपति भारत ने किस तरह मालदीव को दी है माली मदत की सौगात तो चलिए लगते है लगते है दूरबीन और देखते है मजो के दिल्ली के दिल्ली दौरे से बदला भारत और मालदीव के रिस्तो का मिजाज आखिर क्या कहता है मोहमद माजू को मालदीव का राष्ट्पति बने करीब एक साल होने जा रहा बाईट एक साल उनके चारे के साथ भारत है भारत विरोध से लेकर भारत के साथ राग दोस्ती के कई रंग जुड़े है ये वही मुज्जु है जो इंडिया आउट के अभियान की अगुवाई करते हुआ ठीक एक साल पहले मालदीव में अपने चुनाव अभियान को चला रहे थे चुनाव प्रचार ,ें भी भारत के खिलाफ जहरीले बयां देते नज़र आ रहे थे वही जब राष्ट्रपति बने तो भी मोहम्मद माजू ने भारत के खिआफ़ और छींके करीब दिखाने के दांवभारत की तरफ से मानवीय सहायता के लिए भेजे गए हैलीकॉप्टर से लेकर फौजी मददगार के लिए देश से निकलने का आर्डर भी मोजु के कलम से ही निकले इतना ही नहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्ष्यदीप सेर अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए पर्यटन बढ़ाने की जब अपील की थी प्रतिक्रिया और आलोचना में मालदीव की मुइजू के कई मंत्री और ओहदे दर मर्यादा की हाडे लांग गए थे भारत ने ऐतराज़ जताया तो जनुअरी २०२४ में चीन से लौटे मुइजू ने भी डैम दिखाया था उन्होंने कहा था की हम छोटे देश भले ही है लेकिन हम किसी से दबे नहीं मगर कूटनीति के ऐसे दांव पांच की उम्र है सो एक साल बाद वक़्त ने करवट ली और मोइजु फ़िलहाल बतौर सरकारी मेहमान न केवल भारत में है बल्कि भारत मालदीव रिस्तो की तारीफों के पूल बांधते नहींथक रहे है यह तक की भारत के पर्यटको से भरी संख्या में मालदीव आने की भी अपील अब मौजू ही कर रहे है उनकी इस अपील की वजह समझ उससे पहले ये सुन लीजिये की मोइजु भरता की तारीफ किस तरह से कर रहे है सुना अपने अब मोइजु के सुर कैसे है अब जरा आपको इस राग दोस्ती का राज़ भी बताते यही दरअसल मालदीव की इकोनॉमी पर्यटन पर निर्भर है और पर्यटन में भीं सबसे बड़ी हिस्सेदरी भारत से जाने वाले पर्यटको की है लेकिन जनुअरी २०२४ में लक्षयदीप से लेकर उठे तनाव के बवंडर का असर ये हुआ की माँ;दीव जाने वाले पर्यटको की संख्या में भरी गिरावट आयी है साथ ही मालदीव के कारोबार पर इतना बुरा असर पड़ा है की मालदीव की वदेशी मुद्रा का भंडार जहा कोरोना काल में एक एक अरब डॉलर के ऊपर था वो अब २०२४ में ४० करोड़ डॉलर के निचे आ गया है खैर भारत अपने पड़ओसिओ की मदत बरहाल में करता है सो मालदीव के खजाने की ख़राब सेहत सुधरने के लिए जो जरुरी दवा है वो भी मुइजू को भारत से ही मिली है भारत ने ४० करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद मुद्रा विनिमय से देने का फैसला किया है साथ ही ३० अरब रुपए की अतिरिक्त मदद भी मॉलदीव को भारत ही बवहरात ही देगा ये कदम माँ;लदीव के विदेशी मुद्रा भंडार की कमी को पूरा करने के लिए ये मदद की है इससे पहले भारत के सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने मालदीव की सर्कार के कहने पर करीब १० करोड़ के बांड ख़रीदे थे ताकि मालदीव का विदेशी मुद्रा भंडार कुछ सुधर सके मुइओजु और प्रधानमंत्री की मुलाकात के बाद भारत की मदद से बनाए गए मालदीव की हुंय माधव हवाई अड्डे के रनवे का उद्धघाटन किआ गया साथ ही लू माले में भारतीय मदद से बनाये गए अपार्टमेंट को भी मालदीव सर्कार को सौपा गया साथ ही दोनों देशो के बीच करेंसी स्वैप से लेकर अदालतों और खेल सुविधाओं को बेहतर बनाने समेत कई अन्य समझौते पर दिल्ली में हस्ताक्षर हुए इतना ही नहीं भारत के सेना मददगार को मालदीव से लौटने की बात कहने वाले मिजु अब भारत यात्रा के दौरान व्यापक और आर्थिक सरक्षा सहयोग के समझौते पर खूब ख़ुशी दिखते नज़र आ रहे है