Posted Mar 8, 2025
Posted Mar 8, 2025
Posted Mar 8, 2025
Posted Mar 7, 2025
76 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप इस वक्त 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से सबसे दमदार उम्मीदवार माने जा रहे हैं। उन्हें डेमोक्रेट पार्टी की ओर से राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए कड़ी चुनौती भी करार दिया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक नए आरोपों में घिरते जा रहे हैं। पहले एक स्तंभकार की ओर से दुष्कर्म के मामले में घिरने के बाद ट्रंप पर अब अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगाने के आरोप लगे हैं। इनमें एक संगीन आरोप यह भी है कि ट्रंप ने राष्ट्रपति पद से हटने और व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद भी परमाणु हथियारों से जुड़े गुप्त दस्तावेज अपने पास ही रखे थे। इसे लेकर ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने भी उनका समर्थन किया है और कहा है कि बाइडन न्याय मंत्रालय को अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। गौरतलब है कि 76 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप इस वक्त 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से सबसे दमदार उम्मीदवार माने जा रहे हैं। उन्हें डेमोक्रेट पार्टी की ओर से राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए कड़ी चुनौती भी करार दिया जा रहा है। हालांकि, एक के बाद एक आरोपों में फंसना उनकी उम्मीदवारी के लिए बड़ा झटका है। अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने गोपनीय सूचनाओं को अपने पास रखने के मामले में ट्रंप के खिलाफ लगे संघीय आरोपों को सार्वजनिक कर दिया है। साथ ही उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी भी दी है। ट्रंप के करीबी नेता और रिपब्लिकन पार्टी में जबरदस्त प्रभाव रखने वाले नेता और संसद के निचले सदन- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने ट्वीट कर कहा कि यह बेहद बेशर्मी भरी बात है कि राष्ट्रपति अपने खिलाफ खड़े एक उम्मीदवार को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। बाइडन ने खुद दशकों तक कई गुप्त दस्तावेज अपने पास रखे। उन्होंने कहा कि मैं और सभी अमेरिकी कानून के राज पर भरोसा करते हैं और इस अन्याय के खिलाफ ट्रंप के साथ खड़े हैं। रिपब्लिकन सांसद इस ताकत को हथियार बनाए जाने की जिम्मेदारी तय करेंगे।