Posted Dec 7, 2024
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Posted Dec 6, 2024
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भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने सोमवार को कहा कि अमेरिका सरकार भारत की प्राचीन और ऐतिहासिक मूर्तियों और कला संग्रह को वापस करने की तैयारी कर रही है। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि ये कला संग्रह भारत की अमानत है और इसे भारत में ही होना चाहिए। एरिक गार्सेटी ने बताया कि अमेरिका के एरिजोना में भगवान बुद्ध की सुंदर प्रतिमा मौजूद है, जिसे जल्द ही भारत को लौटाया जाएगा। साथ ही वैदिक काल के हिंदू मंदिरों की भी कई कलाकृतिया वापस लौटाई जाएंगी। बता दें कि अमेरिका भारत की प्राचीन और ऐतिहासिक 105 मूर्तियों को वापस भारत को सौंपने की तैयारी कर रहा है। ये मूर्तियां दूसरी से तीसरी सदी से लेकर 18वीं से 19वीं सदी के बीच की हैं। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि हम भारत के कला संग्रह को उसे लौटाने की दिशा में काम कर रहे हैं। भारत से कई बार चोरी होकर या फिर अवैध तरीके से कलाकृतियां अमेरिका या दुनिया के अन्य देश पहुंच जाती हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिका के दौरे पर गए थे तो भारत और अमेरिका के बीच कल्चरल प्रॉपर्टी एग्रीमेंट पर बातचीत हुई थी। जिससे ऐतिहासिक कलाकृतियों की अवैध कालाबाजारी पर रोक लगेगी। साथ ही दोनों देश इसे लेकर बातचीत कर रहे हैं और ऐसे प्रावधान किए जा रहे हैं कि भविष्य में भी अवैध रूप से अमेरिका पहुंची भारत की ऐतिहासिक कलाकृतियों को वापस लौटाया जाता रहेगा। भारत के स्वर्णिम इतिहास की तारीफ में क्या बोले अमेरिकी राजदूतएरिक गार्सेटी ने कहा कि लोग भूल जाते हैं कि बुद्ध का जन्म भारत में हुआ और यह पूरी दुनिया को भारत का तोहफा है। भारत से ही बौद्ध धर्म एशिया, दक्षिण एशिया में फैला। लोग इतिहास में भारत के योगदान के बारे में नहीं जानते और हमें भारत के योगदान के प्रति आभारी होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि साल 2016 में पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान 16 ऐतिहासिक कलाकृतियां लौटाई गईं थी। साल 2021 में अमेरिकी सरकार ने 157 कलाकृतियां भारत को सौंपी। अब 105 और ऐतिहासिक कलाकृतियां भारत आ रही हैं। इस तरह अमेरिका ने बीते कुछ सालों में कुल 278 ऐतिहासिक कलाकृतियों को भारत वापस पहुंचाया है।