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Posted - Dec 6, 2023

ईरान में ये कैसा जुल्म हिजाब का विरोध करने वाली महिलाओं का हिरासत में रेप-शोषण

एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरानी सुरक्षा बलों के सदस्यों ने हिजाब का विरोध करने वाली महिलाओं को हिरासत में लेकर उनके साथ रेप किया साथ ही उनका बुरी तरह से शारीरिक शोषण भी किया है. इनमें महिलाएं पुरुष, छोटे लड़के और लड़कियां भी शामिल हैं.22 साल की महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद सितंबर 2022 में ईरान में जमकर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था. इस दौरान हजारों लोग सड़कों पर उतर आए सभी ने हिजाब को लेकर विरोध किया. देखते ही देखते ये विरोध प्रदर्शन एक बड़े आंदोलन में तब्दील हो गया. इस दौरान ईरान की पुलिस ने हजारों लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. इनमें महिलाओं के साथ ही पुरुष और छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे. इस दौरान पुलिस की कार्रवाई में कई लोगों की मौत भी हो गई थी.अब इसको लेकर एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट सामने आई है. जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी सुरक्षा बलों के सदस्यों ने हिजाब का विरोध करने वाली महिलाओं को हिरासत में लेकर उनके साथ रेप किया साथ ही बुरी तरह से उनका शारीरिक शोषण भी किया है. पुलिस हिरासत में महिलाओं के साथ बर्बरता की सारी हदें पार की गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि 45 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें प्रदर्शनकारियों के साथ सामूहिक बलात्कार या यौन शोषण हुआ है.हिरासत में महिलाओं के साथ रेप एमनेस्टी के महासचिव एग्नेस कैलामार्ड के मुताबिक जांच में पता चला है कि कैसे ईरान में खुफिया और सुरक्षा एजेंटों ने बलात्कार और अन्य तरह से यौन शोषण कर महिलाओं के साथ बर्बरता की और प्रदर्शनकारियों को मानसिक तौर पर नुकसान पहुंचाया. इनमें 12 साल के बच्चे भी शामिल थे.45 में से 16 बलात्कार के मामले लंदन स्थित एमनेस्टी संगठन का कहना है कि उसने 24 नवंबर को ईरानी अधिकारियों के साथ अपनी जांच रिपोर्ट साझा की थी लेकिन अब तक इस मामले में उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. खास बात ये है कि न सिर्फ महिलाओं के साथ बल्कि पुरुषों और बच्चों के साथ भी रेप और शारीरिक शोषण हुआ है. रिपोर्ट में दर्ज 45 मामलों में 16 बलात्कार के मामले थे जिनमें 6 महिलाएं, सात पुरुष, एक 14 साल की लड़की के साथ ही 16 साल के दो लड़के भी शामिल थे.10 पुरुष एजेंटों ने किया सामूहिक बलात्कार रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से चार महिलाओं और दो पुरुषों के साथ 10 पुरुष एजेंटों ने सामूहिक बलात्कार किया था. रिपोर्ट में बताया गया है जिन लोगों ने ये सब किया है उनमें रिवोल्यूशनरी गार्ड्स अर्धसैनिक बल खुफिया मंत्रालय के एजेंट और साथ ही पुलिस अधिकारी शामिल थे इन सभी ने मिलकर इस तरह के जघन्य अपराध को अंजाम दिया पुलिस हिरासत में हुई थी महसा अमिनी की मौतआपको बता दें कि दिसंबर 2022 में महसा अमिनी को ईरान की पुलिस ने इसलिए हिरासत में लिया था क्यों कि उसने ठीक से हिजाब नहीं पहना था. जिसके बाद पुलिस हिरासत में ही महसा की रहस्यमय तरीके मौत हो गई. इस बात पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था. और लोग प्रदर्शन कर रहे थे. इस आंदोलन को दुनियाभर की महिलाओं ने अपना समर्थन मिला था. इस दौरान ईरान की महिलाओं ने सड़कों पर हिजाब जलाकर आजादी की मांग की थी.