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Posted - Feb 12, 2024

ये कैसी टेक्नोलॉजी? कैंसर का इलाज कर रहा था रोबोट मरीज की हो गई मौत घरवालों ने किया केस

फ्लोरिडा में एक ऐसा आजकल चर्चा में है जिसने लोगों को टेक्नोलॉजी के बढ़ते उपयोग को लेकर चिंता में डाल दिया है. दरअसल यहां एक अस्पताल में कोलन कैंसर से जूझ रही महिला की सर्जरी एक सर्जिकल रोबोट द्वारा कराई गई, लेकिन उस रोबोट ने महिला की आंत में ही छेद कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई.आज की दुनिया टेक्नोलॉजी के भरोसे ही टिकी हुई है. इसके बिना तो लोगों का काम ही नहीं चल सकता. आज लगभग हर हाथ में मोबाइल फोन देखने को मिलता है, घर-घर में टीवी, फ्रिज और एसी-कूलर हैं जिसे इंसान छोड़ना नहीं चाहते. इस टेक्नोलॉजी ने ही कई लोगों को अमीर भी बना दिया है और अब ये टेक्नोलॉजी एक नई दुनिया का निर्माण करने वाली है जिसमें इंसानों को बहुत ज्यादा काम नहीं करना पड़ेगा बल्कि हर काम मशीनें ही करेंगी, लेकिन ये टेक्नोलॉजी इंसानों पर भारी भी पड़ सकती है. इसका जीता जागता उदाहरण फ्लोरिडा में देखने को मिला है, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. यहां एक शख्स ने एक मेडिकल मैन्युफैक्चरर पर मुकदमा किया है और दावा किया है कि उसके डिवाइस ने कोलन कैंसर के इलाज की प्रक्रिया के दौरान उसकी पत्नी के अंगों में छेद कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक हार्वे सुल्टजर नाम के इस शख्स ने 6 फरवरी को इंटुएटिव सर्जिकल (आईएस) के खिलाफ मुकदमा दायर किया और दावा किया कि कंपनी के सर्जिकल रोबोट द्वारा की गई सर्जरी के बाद उसकी पत्नी को स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं का सामना करना पड़ा था.रोबोट ने कर दिया छोटी आंत में छेदमुकदमे के मुताबिक हार्वे की पत्नी सैंड्रा ने दा विंची रोबोट जो कि एक रिमोट-नियंत्रित डिवाइस है उसका उपयोग करके अपने कोलन कैंसर के इलाज के लिए सितंबर 2021 में बैपटिस्ट हेल्थ बोका रैटन क्षेत्रीय अस्पताल में एक ऑपरेशन कराया था. इस रोबोट को लेकर कंपनी द्वारा एक विज्ञापन दिया गया था जिसमें ये दावा किया गया था कि जो काम डॉक्टर नहीं कर सकते वो काम ये रोबोट आसानी से कर सकता है. मुकदमे में दावा किया गया है कि रोबोट ने महिला की छोटी आंत में एक छेद कर दिया, जिसकी वजह से उसे कुछ एक्स्ट्रा सर्जरी भी करवानी पड़ी. हालांकि इन सभी प्रक्रियाओं के बाद महिला के पेट में लगातार दर्द होता रहा और इस दौरान उसे बुखार भी रहता था. फिर फरवरी 2022 में उसकी मौत हो गई. मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि कंपनी को पता था कि रोबोट में इन्सुलेशन संबंधी समस्याएं थीं जिसके कारण वो शरीर के आंतरिक अंगों को जला सकता था पर कंपनी ने इस जोखिम का खुलासा नहीं किया था जिसका नतीजा हुआ कि महिला की मौत हो गई.महिला के पति ने लापरवाही, प्रोडक्ट लाएबिलिटी डिजाइन डिफेक्ट जोखिम का खुलासा नहीं करने, कंसोर्टियम की हानि और दंडात्मक क्षति को लेकर कंपनी के खिलाफ मुकदमा किया है और 75 हजार डॉलर मुआवजे की मांग की है.